जब तक इंसान धन के पीछे भागेगा कामनाएं कभी भी उसका पीछा नहीं

जब तक इंसान धन के पीछे भागेगा कामनाएं कभी भी उसका पीछा नहीं छोड़ेंगी वो हरेक नए दिन नई आशाओ की परिकल्पना करेगा अंधाधुंध उसके पीछे भागेगा और वो मनवांछित वस्तु न मिलने पर उसे दुख होगा दुनिया आपको आवारा कहे या पागल परमात्मा ने आपको जिस रूप में स्वीकारा है आप वही हो।
RJ Anand prajapati