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17 Jan 2025 · 1 min read

अपनी शक्तियों का जश्न अवश्य मनाइए परन्तु अपनी कमजोरियों को भ

अपनी शक्तियों का जश्न अवश्य मनाइए परन्तु अपनी कमजोरियों को भी जानने की कोशिश करिए। जब हम इन कमजोरियों से वाकिफ होते हैं, तो असहज महसूस करते हैं, जो कि बेहद जरूरी भी है, क्योंकि यही हमें जीवन में अग्रसर होने की प्रेरणा देता है…🙏🏃🏻‍♂️सतर्क रहिए। अब समय आ गया है जातिभेद से ऊपर उठकर हिन्दू बनने का घर से बाहर केवल हिन्दू बन कर निकले। अपने आप को जैन, बौद्ध, सिख और हिन्दू समझने वालो को बताये हम एक थे एक है और एक ही रहेंगे। ना जय भीम कहने से काम चलेगा और ना खालिस्तानी बनने से, अपने पूर्वजो को याद करो उनके स्वाभिमानी शीश को झुकने ना दे। हम बटे मतलब हम कटे हम सभी संगठित है, तभी तक सुरक्षित है। प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम… भारत माता की जय 🚭‼️

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