सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्य

सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्दुःखभाग् भवेत्।। अर्थात सर्वजन सुखी हों, सर्वजन निरोगी हों। सर्वजन शुभ (घटनाओं) के साक्षी हों और (सर्वजनों को) किसी भी प्रकार का दुःख ना हो। (ऐसी मेरी ईश्वर चरणों में प्रार्थना है।)…🙏🏃🏻♂️सदैव सतर्क रहिए। अहिंसा परमो धर्मः, धर्म हिंसा तथैव च। अर्थात- अहिंसा मनुष्य का परम धर्म है, परंतु धर्म की रक्षा के लिए हिंसा करना भी धर्म है। सुरक्षित रहिए, प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम् … भारत माता की जय 🚭‼️