आदि भाल पर अंत की, कथा लिखी बेअंत ।

आदि भाल पर अंत की, कथा लिखी बेअंत ।
अमिट गमन हर जीव का, क्या राजा क्या संत ।
संग खुशी के वेदना, सब जीवन के रंग –
नियत समय पर जीव को, मिलता अंत अनन्त ।
सुशील सरना /
आदि भाल पर अंत की, कथा लिखी बेअंत ।
अमिट गमन हर जीव का, क्या राजा क्या संत ।
संग खुशी के वेदना, सब जीवन के रंग –
नियत समय पर जीव को, मिलता अंत अनन्त ।
सुशील सरना /