मै कैसे रुसवा करु,

मै कैसे रुसवा करु,
जज्बात भी किसी की अमानत है।
बेशक वो हमारे न हुए,
पर वो लम्हे उन्हें चैन न आने देंगे।
जब वो आइना निहारेंगे,
अक्स में अकेले ही नजर आयेंगे।।
याद तन्हाई में सताएगी,
ख्वाब भी मेरे उन्हें सोने न देंगे।
श्याम सांवरा…