कर्मयोग यदि सही है।

कर्मयोग यदि सही है।
क्यों नहीं मिलता फल बुरे कर्म का।।
पलायन है आगे-पीछे टालना।
पालन नहीं कर रहे ये ‘स्वधर्म का’।।
आचार्य शीलक राम
कर्मयोग यदि सही है।
क्यों नहीं मिलता फल बुरे कर्म का।।
पलायन है आगे-पीछे टालना।
पालन नहीं कर रहे ये ‘स्वधर्म का’।।
आचार्य शीलक राम