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14 Jan 2025 · 1 min read

बुराई करना कभी भी तर्क संगत नही हो सकता,

बुराई करना कभी भी तर्क संगत नही हो सकता,
इससे मानसिक कचरा तो बढ़ जाता ही है,
औरो का हृदय भी दुःख जाता है।

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