Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2025 · 1 min read

मकरसंक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं

मकरसंक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं

सात रश्मियों से सजे , रथ पर हुये सवार
सूर्य देव मिलने चले, देखो शनि के द्वार
आज उत्तरायण हुए ,बदली अपनी चाल
और मकर में आ गये, जीवन के आधार

खिचड़ी तिल का कर रहे, आज सभी जन दान
कमा रहे हैं पुण्य भी, कर गंगा स्नान
और पतंगें कर रही, हैं नभ का श्रृंगार
संक्रांति का पर्व करे, हम सबका कल्यान
डॉ अर्चना गुप्ता

134 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

चंदा मामा सुनो मेरी बात 🙏
चंदा मामा सुनो मेरी बात 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ऐतबार
ऐतबार
Ruchi Sharma
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
Priya princess panwar
इश्क की चांदनी, भीगा भागा चाँद
इश्क की चांदनी, भीगा भागा चाँद
Dr Parveen Thakur
यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी
यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी
Ashwani Kumar Jaiswal
हाथ की लकीरो मे क्या लिखा हुआ,
हाथ की लकीरो मे क्या लिखा हुआ,
Buddha Prakash
तस्वीर बनाना
तस्वीर बनाना
Dr fauzia Naseem shad
#शर्म_होगी_तो_आएगी!
#शर्म_होगी_तो_आएगी!
*प्रणय प्रभात*
तुम सम्भलकर चलो
तुम सम्भलकर चलो
gurudeenverma198
अपनी तुलना कभी किसी से मत करना क्योंकि हर फल का स्वाद अलग ही
अपनी तुलना कभी किसी से मत करना क्योंकि हर फल का स्वाद अलग ही
ललकार भारद्वाज
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
Phool gufran
समझौता
समझौता
Sangeeta Beniwal
चलो चलें हम कुंभ नहाएँ
चलो चलें हम कुंभ नहाएँ
S K Singh Singh
नित जीवन के संघर्षों से,जब टूट चुका हो अन्तर्मन,
नित जीवन के संघर्षों से,जब टूट चुका हो अन्तर्मन,
पूर्वार्थ
पल में तोला, पल में माशा
पल में तोला, पल में माशा
Acharya Shilak Ram
समायोजन
समायोजन
Shyam Sundar Subramanian
3636.💐 *पूर्णिका* 💐
3636.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं ....
मैं ....
sushil sarna
ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
Neelofar Khan
"समय प्रबन्धन"
Dr. Kishan tandon kranti
काश, मैं मोबाइल होता
काश, मैं मोबाइल होता
अरशद रसूल बदायूंनी
Learn the things with dedication, so that you can adjust wel
Learn the things with dedication, so that you can adjust wel
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िन्दगी! कांई कैवूं
ज़िन्दगी! कांई कैवूं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मैं ज़िंदगी हूँ
मैं ज़िंदगी हूँ
Saurabh Kumar
श्रंगार लिखा ना जाता है।
श्रंगार लिखा ना जाता है।
Abhishek Soni
बाल-कर्मवीर
बाल-कर्मवीर
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
*पत्रिका का नाम : इंडियन थियोसॉफिस्ट*
*पत्रिका का नाम : इंडियन थियोसॉफिस्ट*
Ravi Prakash
सुख- दुःख
सुख- दुःख
Dr. Upasana Pandey
11. O Rumour !
11. O Rumour !
Ahtesham Ahmad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...