Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2025 · 1 min read

संत बनाम कालनेमि

संत बनाम कालनेमि

सुलभ सत्संग सुखद फलदाई
कलियुग कल्प सत्यपि दुखदाई..
भेद परख नहिं ज्य़ौं संत कालनेमि
पहचान करत है अति कठिनाई..

राम-रहीम अविमुक्त कभी ईश्वर न पाई
ज्ञान-वैराग्य किछु ना झलक दिखलाई..
अहं जड़ित आचार्य पीठाधीश कहावत
राजनीति संग मिल सुख ठाठ बँटाई..

संत समाज अब सजग रहे भाई
दुष्ट कालनेमि जबहिं स्वांग रचाई..
सनातन प्रहरी करे चरित्र उजागर
संत वही जाके हृदय बसत रघुराई..

मौलिक और स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि – १३/०१/२०२५
पौष, शुक्ल पक्ष,पूर्णिमा ,सोमवार
विक्रम संवत २०८१
मोबाइल न. – 8757227201
ईमेल पता :- mk65ktr@gmail.com

Language: Hindi
4 Likes · 78 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from मनोज कर्ण
View all

You may also like these posts

हर पल
हर पल
Minal Aggarwal
*मुट्ठियाँ बाँधे जो आया,और खाली जाएगा (हिंदी गजल)* ____________
*मुट्ठियाँ बाँधे जो आया,और खाली जाएगा (हिंदी गजल)* ____________
Ravi Prakash
संवेदना
संवेदना
Karuna Bhalla
मेरी तुझ में जान है,
मेरी तुझ में जान है,
sushil sarna
ज्ञान दायिनी
ज्ञान दायिनी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
" संगीन "
Dr. Kishan tandon kranti
खुद को भी अपना कुछ
खुद को भी अपना कुछ
Dr fauzia Naseem shad
#माँ गंगा से . . . !
#माँ गंगा से . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
माँ आजा ना - आजा ना आंगन मेरी
माँ आजा ना - आजा ना आंगन मेरी
Basant Bhagawan Roy
* पेड़ काटना बंद कीजिए*
* पेड़ काटना बंद कीजिए*
Vaishaligoel
" मुझे नहीं पता क्या कहूं "
Dr Meenu Poonia
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कृतघ्न अयोध्यावासी !
कृतघ्न अयोध्यावासी !
ओनिका सेतिया 'अनु '
अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को,
अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गीता जयंती
गीता जयंती
Satish Srijan
8) दिया दर्द वो
8) दिया दर्द वो
पूनम झा 'प्रथमा'
"मैं प्रभात का नवसृजन"
©️ दामिनी नारायण सिंह
Green India Healthy India
Green India Healthy India
SUNDER LAL PGT ENGLISH
हिन्दी भारत का उजियारा है
हिन्दी भारत का उजियारा है
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
****तुलसीदास****
****तुलसीदास****
Kavita Chouhan
प्रेम🕊️
प्रेम🕊️
Vivek Mishra
उलफ़त को लगे आग, गिरे इश्क पे बिजली
उलफ़त को लगे आग, गिरे इश्क पे बिजली
पूर्वार्थ
दोस्त और दोस्ती
दोस्त और दोस्ती
Neeraj Kumar Agarwal
दहलीज
दहलीज
Sudhir srivastava
" ज़ेल नईखे सरल "
Chunnu Lal Gupta
4677.*पूर्णिका*
4677.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
Rj Anand Prajapati
पल
पल
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बात बिगड़ी थी मगर बात संभल सकती थी
बात बिगड़ी थी मगर बात संभल सकती थी
Shivkumar Bilagrami
Haiku
Haiku
Otteri Selvakumar
Loading...