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12 Jan 2025 · 1 min read

तुम से कैसा मलाल कर बैठे ।

तुम से कैसा मलाल कर बैठे ।
दिल का तुम से सवाल कर बैठे ।।

प्यार करना हमें न आ पाया ।।
इश्क़ लेकिन कमाल कर बैठे ।।

ख़ोकर तेरे हंसी ख़्यालों में ।
हम हक़ीक़त खयाल कर बैठे ।।

ज़िक्र तेरा लबों पे क्या लाये ।
अपना चेहरा गुलाल कर बैठे ।।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

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