प्राकृतिक के बीच रहकर जो अहंकार करता है प्राकृतिक उसके अहंका

प्राकृतिक के बीच रहकर जो अहंकार करता है प्राकृतिक उसके अहंकार को समय आने पर नेस्तनाबूत कर देती है।
RJ Anand prajapati
प्राकृतिक के बीच रहकर जो अहंकार करता है प्राकृतिक उसके अहंकार को समय आने पर नेस्तनाबूत कर देती है।
RJ Anand prajapati