Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2025 · 1 min read

मौन

शब्दों के शोर में, गहराई में छिपा,
मौन है वह जो सब कुछ कहता।
आवाज़ की बाहरी सीमाओं से परे,
मन के अंतर को जोड़े, मौन रहता।

यह वह नहीं जो बस चुप्पी लाए,
यह तो वह है जो सब सुनाए।
न बोलते हुए भी हर बात कह दे,
दिलों के तारों को सुकून से सह ले।

मौन में छिपा है एक संसार,
जहां भावनाओं का है विस्तार।
न गिला, न शिकवा, न कोई सवाल,
बस एहसासों का सजीव मलाल।

यह नहीं कमजोरी, न हार की निशानी,
यह तो शक्ति है, एक आत्मा की कहानी।
जब शब्द अधूरे और भाव गहरे हों,
तब मौन की भाषा सबसे बेहतर हो।

सुनो इस मौन को, समझो इसकी बात,
यह देता है हमें शांति का सौगात।
शब्दों के पार की इस यात्रा में,
मौन ही है सच्चा साथी, अपने साथ में।
©® डा० निधि श्रीवास्तव “सरोद”

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 29 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आखिर किसमें
आखिर किसमें "दोष" था
Anand Kumar
चिर-प्रणय
चिर-प्रणय
sushil sharma
संवेदना
संवेदना
Rajesh Kumar Kaurav
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
संत
संत
Rambali Mishra
वक़्त की फ़ितरत को
वक़्त की फ़ितरत को
Dr fauzia Naseem shad
उर्दू सीखने का शौक
उर्दू सीखने का शौक
Surinder blackpen
2732. 🌷पूर्णिका🌷
2732. 🌷पूर्णिका🌷
Dr.Khedu Bharti
जल स्रोतों का संरक्षण
जल स्रोतों का संरक्षण
C S Santoshi
महका है आंगन
महका है आंगन
surenderpal vaidya
‌ ‌‌‌‌ जन सेवक (13)
‌ ‌‌‌‌ जन सेवक (13)
Mangu singh
हिन्दू एकता
हिन्दू एकता
विजय कुमार अग्रवाल
सच
सच
Neeraj Kumar Agarwal
नई बातें
नई बातें
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
दिल गर पत्थर होता...
दिल गर पत्थर होता...
ओनिका सेतिया 'अनु '
पुकारती हुई पुकार आज खो गयी है कही
पुकारती हुई पुकार आज खो गयी है कही
Bhupendra Rawat
दो जूते।
दो जूते।
Kumar Kalhans
हर बार नहीं मनाना चाहिए महबूब को
हर बार नहीं मनाना चाहिए महबूब को
शेखर सिंह
ये सच है कि सबसे पहले लोग
ये सच है कि सबसे पहले लोग
Ajit Kumar "Karn"
सारी जिंदगी की मुहब्बत का सिला.
सारी जिंदगी की मुहब्बत का सिला.
shabina. Naaz
बात थी छोटी मगर अपना
बात थी छोटी मगर अपना
S K Singh Singh
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
Shweta Soni
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय*
it's a generation of the tired and fluent in silence.
it's a generation of the tired and fluent in silence.
पूर्वार्थ
राम गीत 2.0
राम गीत 2.0
Abhishek Soni
आज के लड़के
आज के लड़के
अभिनव मिश्र अदम्य
हम क्यूं लिखें
हम क्यूं लिखें
Lovi Mishra
Zindagi mai mushkilo ka aana part of life hai aur unme sai h
Zindagi mai mushkilo ka aana part of life hai aur unme sai h
Sneha Singh
शायरी
शायरी
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
"अबूझमाड़िया"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...