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9 Jan 2025 · 1 min read

#सुप्रभातम।

#सुबह_का_संदेश।
अब स्थिर कुछ नहीं। न संसार, न लोग, न लक्ष्य। कठिन है हर स्पर्द्धा। याद रखिएगा।
आपका दिवस गुरुमय हो। नई भोर, नए दिन की राम-राम आप सभी मित्रों को।
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 117 Views
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