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8 Jan 2025 · 1 min read

#सुप्रभात-

#सुप्रभात-
★ इस संदेश के साथ।
[प्रणय प्रभात]
जिस प्रकार समय की हर छोटी-बड़ी इकाई “कालांश” हो सकती है, वैसे ही हर एक प्राणी “जीवांश” क्यों नहीं हो सकता?
छोटे-बड़े का भेद क्यों…?
😊😊😊😊😊😊😊😊😊

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