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6 Jan 2025 · 1 min read

रँगा सँसार

दोहा
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भांति-भांति के रंग से, बना हुआ सँसार,
जैसी नजर से देखिये, वैसा ले अवतार ।

(c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”

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