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2 Jan 2025 · 1 min read

समझो वही सफल हो गया

जो भी लक्ष्य में खो गया
समझो वही सफल हो गया

जो मिल गया खा लिये
सादगी से निभा लिये
जीते हैं अगर अभाव में
बने रहें अपने स्वभाव में

समय का बीज बो गया
समझो वही सफल हो गया

सुविधाओं का फिक्र नहीं
मुश्किलों का जिक्र नहीं
अंधेरे में भी उजालें दिखेंगे
छोटे-छोटे नदी नाले दिखेंगे

विलासिता जीवन से धो गया
समझो वही सफल हो गया

ज़मीं कागज़ बन सकती है
लकड़ी कलम बन सकती है
हालात का क्योंकर रोना है
अरूणिमा पर्वतारोही बन सकती है

बाधा को पानी में डुबो गया
समझो वही सफल हो गया

नूर फातिमा खातून” नूरी”
जिला -कुशीनगर

Language: Hindi
212 Views
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