Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2025 · 1 min read

प्रत्येक नया दिन एक नए जीवन का आरम्भ हैं , जिसमें मनुष्य नए

प्रत्येक नया दिन एक नए जीवन का आरम्भ हैं , जिसमें मनुष्य नए विचार एवं कार्य नये उत्साह के साथ आरम्भ कर सकता हैं ।
2025 की शुभकामनाएं ।

317 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Raju Gajbhiye
View all

You may also like these posts

प्रसव
प्रसव
Deepesh Dwivedi
व्यर्थ में तनाव और अवसाद में रहने से अच्छा है ब्लॉक मार दिया
व्यर्थ में तनाव और अवसाद में रहने से अच्छा है ब्लॉक मार दिया
इशरत हिदायत ख़ान
जो लिखा है
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
कुछ मुक्तक
कुछ मुक्तक
Dr.Pratibha Prakash
आशा
आशा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
धरती का हर एक कोना खिला है।
धरती का हर एक कोना खिला है।
डॉ सुरेश जांगिड़
ऋतु गर्मी की आ गई,
ऋतु गर्मी की आ गई,
Vedha Singh
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
Monika Arora
उनकी मोहब्बत में सब कुछ भुलाए बैठें हैं
उनकी मोहब्बत में सब कुछ भुलाए बैठें हैं
Jyoti Roshni
*इश्क यूँ ही रुलाता है*
*इश्क यूँ ही रुलाता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कमी
कमी
Otteri Selvakumar
Between the two worlds - 8,000 B.C
Between the two worlds - 8,000 B.C
Shashi Mahajan
इक ऐसे शख़्स को
इक ऐसे शख़्स को
हिमांशु Kulshrestha
इस मक़ाम पे बदल ना जाना मेरे दोस्त!
इस मक़ाम पे बदल ना जाना मेरे दोस्त!
Ajit Kumar "Karn"
जिन्दगी का संघर्ष
जिन्दगी का संघर्ष
Pramod kumar
*सड़‌क को नासमझ फिर भी, छुरी-ईंटों से भरते हैं (मुक्तक)*
*सड़‌क को नासमझ फिर भी, छुरी-ईंटों से भरते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
प्यार का सार है त्याग की भावना
प्यार का सार है त्याग की भावना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पैसा होना सुरक्षा की गारंटी नही है, मगर संगठित होना सबसे बड़
पैसा होना सुरक्षा की गारंटी नही है, मगर संगठित होना सबसे बड़
ललकार भारद्वाज
जिंदगी को खुद से जियों,
जिंदगी को खुद से जियों,
जय लगन कुमार हैप्पी
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
अव्यक्त प्रेम (कविता)
अव्यक्त प्रेम (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
पता ना चला
पता ना चला
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार का एहसास
प्यार का एहसास
शिव प्रताप लोधी
रुझान।
रुझान।
Kumar Kalhans
प्यार
प्यार
Ashok deep
मुक्तक... छंद हंसगति
मुक्तक... छंद हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
..
..
*प्रणय प्रभात*
" मेरा राज मुझको कभी हारने नहीं देता "
Dr Meenu Poonia
मेरे दिल की आवाज़ के अनुसार जो आपसे बात करना नहीं चाहे या जो
मेरे दिल की आवाज़ के अनुसार जो आपसे बात करना नहीं चाहे या जो
रुपेश कुमार
Loading...