Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
31 Dec 2024 · 1 min read

" नवा बिहनिया खातिर "

” नवा बिहनिया खातिर ”
भूल-चूक होय होही
तेन ल छिमा करिहौ संगवारी,
साल बदलत हे
लकिन साथ नइ बदलत हे,
ए सुरता रखिहौ
हमन ल संग-संग चलना हे,
अउ दीया कस जलना हे..।

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति

Loading...