उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
मुलाकातें हों या गुफ़्तगू
अपना सम्मान हमें ख़ुद ही करना पड़ता है। क्योंकी जो दूसरों से
चलिए देखेंगे सपने समय देखकर
जिसके लिये वो अंधा हुआ है
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal (कौशलेंद्र सिंह)