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28 Dec 2024 · 1 min read

** मुक्तक **

** मुक्तक **
लक्ष्य हमें करना है हासिल, करना है प्रस्थान।
समय तो कभी रुकता नहीं, है हमको यह ज्ञान।
साथ साथ हम कदम बढ़ाएं, चलें समय के साथ।
साथ साथ ही खूब खिलाएं, मुखड़े पर मुस्कान।
~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, २८/१२/२०२४

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