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26 Dec 2024 · 1 min read

ज़िंदगी कुछ नहीं हक़ीक़त में

ज़िंदगी कुछ नहीं हक़ीक़त में
एक तमाशा है चंद सांसों का
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

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