Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Dec 2024 · 2 min read

सच कहता हूँ

लगी आग मे घी जो डाले,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
फिर भी तुम को जो बचाले,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

थोड़ी पिटाई को और करा दे,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
ज्यादा पिटाई से जो बचाले,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

फसी बात को और फसा दे,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
फसो जहां पर और बचा ले,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

मिले विचार जिस विचित्र से,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
मित्र के लिए ना कोई चरित्र हैं,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

बिन बोले जो लंका लगा दे,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
मुंह पर तुम को बात सुना दे,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

पीठ के पीछे ढाल तुम्हारी,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
साथ रहे तलवार तुम्हारी,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

करे प्यार तुम से मां जैसा,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
स्नेह करे जो मां के जैसा,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

साथ रहे जो भाई के जैसा,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
दिल मे बसता हरदम जैसे,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

बड़े प्रेम से जो समझाए,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
ना माने तो लड़ भी जाये,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

गुस्सा करके जो दिखाए,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
तुमसे पहले लड़ने आये,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

बिना कहे जो दर्द समझले,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
तुमको पहले दर्द बताए,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

सुने प्रेम से सुझाव सही दे,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
दर्द कहे ना किसी से तेरे,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

राज को अपने अन्दर धरले,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
अपने दिल मे जगह जो देता,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

सुने नही कोई बात तुम्हारी,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
हर लफडे मे साथ तुम्हारे,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

तुम्हारे फटे मे पैर फंसाये,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
बिना डरे जो साथ हैं रहता,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

करले तुमसे बात जो दिल की,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।
अपने हृदय का हाल जो कहता,
सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।।

1 Like · 104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ललकार भारद्वाज
View all

You may also like these posts

उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है
उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है
Dr Archana Gupta
बुढ़िया काकी बन गई है स्टार
बुढ़िया काकी बन गई है स्टार
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
केवल माँ कर सकती है
केवल माँ कर सकती है
Vivek Pandey
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Shashi kala vyas
जीवन
जीवन
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
ध्वनि प्रतिध्वनि
ध्वनि प्रतिध्वनि
Juhi Grover
बारिश का पानी
बारिश का पानी
Poonam Sharma
गीता के छन्द : सामान्य 2/5
गीता के छन्द : सामान्य 2/5
आचार्य ओम नीरव
दिन की शुरुआत
दिन की शुरुआत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कोई मिठाई तुम्हारे लिए नहीं बनी ..( हास्य व्यंग कविता )
कोई मिठाई तुम्हारे लिए नहीं बनी ..( हास्य व्यंग कविता )
ओनिका सेतिया 'अनु '
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
रोटियाँ
रोटियाँ
Rekha Rajput
वारिस हुई
वारिस हुई
Dinesh Kumar Gangwar
मौसम को मत छेड़िए , दहकेगी फिर अग्नि ।
मौसम को मत छेड़िए , दहकेगी फिर अग्नि ।
Neelofar Khan
आज़ाद हूं मैं
आज़ाद हूं मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
एक शख्सियत
एक शख्सियत
Khajan Singh Nain
*मुरली धन्य हुई जब उसको, मुरलीधर स्वयं बजाते हैं (राधेश्यामी
*मुरली धन्य हुई जब उसको, मुरलीधर स्वयं बजाते हैं (राधेश्यामी
Ravi Prakash
बसंत
बसंत
Lovi Mishra
पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन
पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन
Kumud Srivastava
स्काई लैब
स्काई लैब
Kumar Kalhans
"करने वाला था नहीं, कोई दुआ-सलाम।
*प्रणय प्रभात*
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
कवि रमेशराज
सत्यम शिवम सुंदरम🙏
सत्यम शिवम सुंदरम🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बहुत सी बातों को यूँही छोड़ देना चाहिए बिना किसी सवाल जवाब न
बहुत सी बातों को यूँही छोड़ देना चाहिए बिना किसी सवाल जवाब न
पूर्वार्थ
"मंजर"
Dr. Kishan tandon kranti
मिसाल-ए-हुस्न का नशा भी उतार देती है
मिसाल-ए-हुस्न का नशा भी उतार देती है
Dr fauzia Naseem shad
जब तुम खामोश रहती हो....
जब तुम खामोश रहती हो....
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
खयालात( कविता )
खयालात( कविता )
Monika Yadav (Rachina)
योग करते जाओ
योग करते जाओ
Sandeep Pande
दोहा पंचक. . . . माटी
दोहा पंचक. . . . माटी
sushil sarna
Loading...