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22 Dec 2024 · 1 min read

नदियों की लहरें…

नदियों की लहरें…
उठती जब मचल…
तो सागर मिलन से पहले
थमने का नाम न लेती…

सागर भी बेशक मचलता है…।
मगर न जाने क्यों..!
कभी आता नहीं….!
नदियां के सामने दौड़ता हुआ!!
भगवती पारीक ‘मनु’

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