sp62 बाद पिता को /सूरज का शहर
इक मेरे रहने से क्या होता है
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं।
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
*सिवा तेरे सुनो हम-दम हमारा भी नहीं*
कुछ गीत लिखें कविताई करें।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दुनिया के चकाचौंध में मत पड़ो
काक कोकिला काँव कूक
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal (कौशलेंद्र सिंह)
सर्द सा मौसम है धूप फिर से गुनगुनाई है,