Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Dec 2024 · 1 min read

वक्त की रेत

वक्त की रेत फिसलती जाते हैं हाथों से।
और वो बहलाते जा रहे हैं हमें बातों से।

कौन रूकता है किसी के लिए अब समझे
क्यों बेकार ही हम , इश्क में जा उलझे।

सफेदी आ गयी जब से हमारे बालों पर
रफ़्तार जिंदगी देखी बिलखते गालों पर।

बहुत मायूस रहे हम इतनी उम्र जी कर
होश आया तब जब उठे बोतल पी कर।

न रूका हैं ,न थका है वक्त का परिंदा,
बस इतना समझो सब है मर कर जिंदा।

Surinder kaur

Language: Hindi
79 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

*क्या देखते हो*
*क्या देखते हो*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2122/2122/212
2122/2122/212
सत्य कुमार प्रेमी
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
Lokesh Sharma
गीत नया गाता हूं।
गीत नया गाता हूं।
Kumar Kalhans
बरसात
बरसात
manorath maharaj
🙅आग्रह🙅
🙅आग्रह🙅
*प्रणय प्रभात*
3655.💐 *पूर्णिका* 💐
3655.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
हमें क़िस्मत ने
हमें क़िस्मत ने
Dr fauzia Naseem shad
नारी
नारी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है।
जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है।
इशरत हिदायत ख़ान
मनमीत
मनमीत
D.N. Jha
विश्वास मत तोड़ना मेरा
विश्वास मत तोड़ना मेरा
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
समाधान से खत्म हों,आपस की तकरार
समाधान से खत्म हों,आपस की तकरार
Dr Archana Gupta
विश्वास की नाप
विश्वास की नाप
डॉ.सतगुरु प्रेमी
"" *दिनकर* "'
सुनीलानंद महंत
यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा
यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा
पूर्वार्थ
सुन्दरता
सुन्दरता
Rambali Mishra
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
"विदाई की बेला में"
Dr. Kishan tandon kranti
बचपन का किस्सा
बचपन का किस्सा
Shutisha Rajput
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
Atul "Krishn"
इन्तजार
इन्तजार
ललकार भारद्वाज
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya"
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सब अनहद है
सब अनहद है
Satish Srijan
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
Bhupendra Rawat
Loading...