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12 Dec 2024 · 1 min read

शीत ऋतु

जाड़े में करें दम्पति , बाटी चोखा भोज |
और पियें पानी गरम , ठंडक भागे रोज ||
ठंडक भागे रोज , प्रकृति से जोड़े नाता |
चाय पकौड़ी हेतु ,यही मौसम है भाता||
कहें प्रेम कवि राय, शीत ऋतु झंडा गाड़े |
बिरयानी जो खाय ,रहे खुश पूरे जाड़े ||

डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

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