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30 Nov 2024 · 1 min read

मोहब्बत भी शुरू नही किए थे की ये रात बीत गई।

मोहब्बत भी शुरू नही किए थे की ये रात बीत गई।
ये चांद तू न छिपा कर जल्दी आसमान में।
मेरी जान बसती है अपने मोहब्बत के मुस्कान में।
RJ Anand Prajapati

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