Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2024 · 1 min read

परिस्थिति से भागने के बजाय उसे जानने में हमें उत्सुक होना चा

परिस्थिति से भागने के बजाय उसे जानने में हमें उत्सुक होना चाहिए, हमें जीवन आनन्द से जीने के लिए मिला है न की दुख इकट्ठा करने के लिए।
~ रविकेश झा

110 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

व्यर्थ जीवन
व्यर्थ जीवन
Shekhar Chandra Mitra
" पाती जो है प्रीत की "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
😢4
😢4
*प्रणय प्रभात*
करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा।
करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा।
सत्य कुमार प्रेमी
*यात्रा में सामान का, होता सारा खेल (कुंडलिया)*
*यात्रा में सामान का, होता सारा खेल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कवि 'घाघ' की कहावतें
कवि 'घाघ' की कहावतें
Indu Singh
आज बच्चों के हथेली पर किलकते फोन हैं।
आज बच्चों के हथेली पर किलकते फोन हैं।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
आधार छंद - लहर
आधार छंद - लहर
Sudhir srivastava
अमिर -गरीब
अमिर -गरीब
Mansi Kadam
प्रश्न चिह्न
प्रश्न चिह्न
Rambali Mishra
यकीनन तुम्हारे बिना जीना किसी दर्द से कम नहीं,
यकीनन तुम्हारे बिना जीना किसी दर्द से कम नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जीवन यात्रा हमें सिखाती है कि सबसे बड़ी शक्ति हमारे भीतर निह
जीवन यात्रा हमें सिखाती है कि सबसे बड़ी शक्ति हमारे भीतर निह
पूर्वार्थ देव
विकास या खच्चीकरण
विकास या खच्चीकरण
Mukund Patil
3428⚘ *पूर्णिका* ⚘
3428⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
वेश्यावृति की तरफ जाती युवा पीढ़ी
वेश्यावृति की तरफ जाती युवा पीढ़ी
अलका बलूनी पंत
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
स्नेह
स्नेह
Shashi Mahajan
वेद पुराण और ग्रंथ हमारे संस्कृत में है हर कोई पढ़ा नही पाएं
वेद पुराण और ग्रंथ हमारे संस्कृत में है हर कोई पढ़ा नही पाएं
पूर्वार्थ
-शेखर सिंह
-शेखर सिंह
शेखर सिंह
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
तुम..
तुम..
हिमांशु Kulshrestha
शिकायत
शिकायत
R D Jangra
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
Rj Anand Prajapati
हौसला ना आजमा मेरी किस्मत,
हौसला ना आजमा मेरी किस्मत,
Vaishaligoel
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
"मंजिल"
Dr. Kishan tandon kranti
इक मेरे रहने से क्या होता है
इक मेरे रहने से क्या होता है
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
संवेदनाएं जिंदा रखो
संवेदनाएं जिंदा रखो
नेताम आर सी
दोहा सप्तक.. . . चिट्ठी
दोहा सप्तक.. . . चिट्ठी
sushil sarna
जब काम किसी का बिगड़ता है
जब काम किसी का बिगड़ता है
Ajit Kumar "Karn"
Loading...