Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Nov 2024 · 1 min read

रिश्ते खून के नहीं विश्वास के होते हैं,

रिश्ते खून के नहीं विश्वास के होते हैं,
अगर विश्वास हो तो
पराये भी अपने हो जातें है
और विश्वास ना हो तो
अपने भी पराये हो जाते है
रिश्ते भी इमारत की ही तरह होते हैं
हल्की-फुल्की दरारें नज़र आएं तो
ढ़हाइये नहीं मरम्मत कीजिए
कहते है-जिनका व्यवहार अच्छा
और दिल छु लेने वाला होता है
उनके लिए दुआएं
अपने आप निकल आती हैं
और कुछ रिश्ते
परिभाषाओं मे कैद नहीं होते
पर होते बहुत अनमोल है

160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all

You may also like these posts

जो प्राप्त न हो
जो प्राप्त न हो
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
” शुध्दिकरण ”
” शुध्दिकरण ”
ज्योति
Poem
Poem
Prithwiraj kamila
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
Ravi Prakash
जब सहने की लत लग जाए,
जब सहने की लत लग जाए,
शेखर सिंह
घबराहट हृदय को प्रभावित करता है जबकि मुस्कुराहट सारे शोको को
घबराहट हृदय को प्रभावित करता है जबकि मुस्कुराहट सारे शोको को
Rj Anand Prajapati
कोई अपना मिला था
कोई अपना मिला था
Shekhar Chandra Mitra
कॅम्प च्या आठवणी (२०१९)
कॅम्प च्या आठवणी (२०१९)
Shinde Poonam
अपनी यादों को देखा गिरफ्तार मकड़ी के जाले में
अपनी यादों को देखा गिरफ्तार मकड़ी के जाले में
Atul "Krishn"
सांसारिक जीवन के लिए ज्ञान की आवश्यकता होती है और आंतरिक जीव
सांसारिक जीवन के लिए ज्ञान की आवश्यकता होती है और आंतरिक जीव
Ravikesh Jha
6) इंतज़ार
6) इंतज़ार
नेहा शर्मा 'नेह'
मुक्तक 1
मुक्तक 1
Dr Archana Gupta
4254.💐 *पूर्णिका* 💐
4254.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
पूनम दीक्षित
हम भी है परमेश्वर के संतान ।
हम भी है परमेश्वर के संतान ।
Buddha Prakash
#आत्मीय_मंगलकामनाएं
#आत्मीय_मंगलकामनाएं
*प्रणय प्रभात*
* जिंदगी की दौड़ *
* जिंदगी की दौड़ *
Vaishaligoel
देखो आया जादूगर
देखो आया जादूगर
Dr. Kishan tandon kranti
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
Shubham Pandey (S P)
अंधे राह दिखाते निसदिन,बहरे शब्द सुधार रहे।
अंधे राह दिखाते निसदिन,बहरे शब्द सुधार रहे।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
"मुश्किलें मायने रखती हैं ll
पूर्वार्थ
मेरा मोल मेरे दुश्मन ने ही जाना है कि।
मेरा मोल मेरे दुश्मन ने ही जाना है कि।
अश्विनी (विप्र)
शत्रू
शत्रू
Otteri Selvakumar
नव वर्ष के आगमन पर याद तुम्हारी आती रही
नव वर्ष के आगमन पर याद तुम्हारी आती रही
C S Santoshi
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
Manisha Manjari
गाली
गाली
Rambali Mishra
शाम की गोधूलि बेला
शाम की गोधूलि बेला
Ami
ग़ज़ल __न दिल को राहत मिली कहीं से ,हुई निराशा भी खूब यारों,
ग़ज़ल __न दिल को राहत मिली कहीं से ,हुई निराशा भी खूब यारों,
Neelofar Khan
रोला छंद -कहें सुधीर कविराय
रोला छंद -कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
क्या हैं पैसा ?
क्या हैं पैसा ?
Abasaheb Sarjerao Mhaske
Loading...