चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन।
(‘गीता जयंती महोत्सव’ के उपलक्ष्य में) क्या श्रीमद्भगवद्गीता में सभी समस्याओं का समाधान मौजूद है? (On the occasion of ‘Gita Jayanti Mahotsav’) Is there a solution to all the problems in Shrimadbhagvadgita?
अगर कोई आपको बहुत ज्यादा प्राथमिकता दे, तो उस व्यक्ति को बह
ईश्वर में आसक्ति मोक्ष है
"बेटी दिवस, 2024 पर विशेष .."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"तुम्हे बुनते बुनते"
डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद"
वर्तमान युद्ध परिदृश्य एवं विश्व शांति तथा स्वतंत्र सह-अस्तित्व पर इसका प्रभाव
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
गुज़ारिश है तुमसे
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
बिटिया (प्रेम की प्रतिमा)
डूबते को तिनके का सहारा मिल गया था।
पुरानी वैमनस्यता को भूलकर,
यह जो पापा की परियां होती हैं, ना..'