sp18 गीत नवनीत अगीत अनागत
sp18 गीत नवगीत अगीत अनागत
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गीत
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दुखों में साथ जो देता उसी को मीत कहते हैं
जो दोनों और से पनपे उसी को प्रीत कहते हैं
किसी कवि के बुझे टूटे हुए मन की निराशा से
जन्म जो पीर लेती है उसी को गीत कहते हैं
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नवगीत
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शब्दों का भंडार प्रवाही नए ढंग से कहा है जाता
नव प्रतीक और नए बिंब का लयात्मक प्रवाह है आता
छंद के बंधन से मुक्त है यह सोच सकारात्मक है जिसमे
लोकतंत्र और संस्कृति वाला समावेश नवगीत कहाता
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अगीत
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संस्कृत में अगीत का मतलब आगे का आगामी है
गीत रहित गाया न हुआ विश्लेषण बहु आयामी है
कविताओं का सागर गहरा उतरोंगे मोती पाओगे
गीत और नवगीत समझ लो तब अ गीत को समझ पाओगे
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********अनागत********
अनुपस्थित जो तथ्य नहीं है उसे अनागत कहते हैं
जो है अप्रस्तुत और अपरिचित उसे अनागत कहते हैं
जो है भावी होनहार है और अनादि कहलाता है
होता है अज्ञात जो हमको उसे अनागत कहते हैं
@हाइलाइट
डॉक्टर //इंजीनियर
मनोज श्रीवास्तव
यह भी गायब वह भी गायब