Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2024 · 1 min read

उनके आने से सांसे थम जाती है

उनके आने से सांसे थम जाती है
होश गुम, धड़कने बढ़ जाती है
मर्ज़ ये दुखदायी और असर गहरा
संभलो दिल्ली वालो, फिर आया कोहरा

चित्रा बिष्ट

1 Like · 96 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Chitra Bisht
View all

You may also like these posts

टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
Kshma Urmila
*प्राकृतिक संगीत*
*प्राकृतिक संगीत*
Shashank Mishra
जीवन को आसानी से जीना है तो
जीवन को आसानी से जीना है तो
Rekha khichi
छोटी
छोटी
इंजी. संजय श्रीवास्तव
सुनो तो तुम...
सुनो तो तुम...
मनोज कर्ण
*गाओ हर्ष विभोर हो, आया फागुन माह (कुंडलिया)
*गाओ हर्ष विभोर हो, आया फागुन माह (कुंडलिया)
Ravi Prakash
3689.💐 *पूर्णिका* 💐
3689.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कपट नहीं कर सकता सच्चा मित्र
कपट नहीं कर सकता सच्चा मित्र
Acharya Shilak Ram
#शीर्षक- नर से नारायण |
#शीर्षक- नर से नारायण |
Pratibha Pandey
नैतिक वचन
नैतिक वचन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
बेटी (ग़ज़ल)
बेटी (ग़ज़ल)
Dr Archana Gupta
"आभाष"
Dr. Kishan tandon kranti
व्यथा कथा
व्यथा कथा
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
पत्थर दिल समझा नहीं,
पत्थर दिल समझा नहीं,
sushil sarna
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
गीत नया गाता हूं।
गीत नया गाता हूं।
Kumar Kalhans
*तू कौन*
*तू कौन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हे कलम तुम कवि के मन का विचार लिखो।
हे कलम तुम कवि के मन का विचार लिखो।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
यात्रा ब्लॉग
यात्रा ब्लॉग
Mukesh Kumar Rishi Verma
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
दीपक बवेजा सरल
सुंदरता के मायने
सुंदरता के मायने
Surya Barman
तुम्हारे हर सफर में
तुम्हारे हर सफर में
लक्ष्मी सिंह
गीत.......✍️
गीत.......✍️
SZUBAIR KHAN KHAN
भारत की राजनीति में केवल फुट, लूट, झूठ, म्यूट, का रूट दिखाई
भारत की राजनीति में केवल फुट, लूट, झूठ, म्यूट, का रूट दिखाई
Rj Anand Prajapati
लोग जब सत्य के मार्ग पर ही चलते,
लोग जब सत्य के मार्ग पर ही चलते,
Ajit Kumar "Karn"
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
बरसने लगे जो कभी ये बादल I
बरसने लगे जो कभी ये बादल I
PRATIK JANGID
Where is God
Where is God
VINOD CHAUHAN
दोहा -: कहें सुधीर कविराय
दोहा -: कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
"हम सभी यहाँ दबाव में जी रहे हैं ll
पूर्वार्थ
Loading...