प्रेम और करुणा: समझ और अंतर। ~ रविकेश झा।
"नाम तेरा होगा "
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
जिन्दगी इस सच्चाई को आपको मानना पड़ेगा।।
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
खोटा सिक्का....!?!
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
यूं सरेआम इल्ज़ाम भी लगाए मुझपर,
नहीं आऊँगा तेरी दर पे, मैं आज के बाद
हुस्न है नूर तेरा चश्म ए सहर लगता है। साफ शफ्फाफ बदन छूने से भी डर लगता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"सबकी नज़रों में एकदम कंगाल हूँ मैं ll
सावन बरसे झूम के,ननदी झूला झूल।
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सिंधु जल संधिः संयम की भी सीमा होती है