Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2024 · 1 min read

गीत ( भाव -प्रसून )

गीत ( भाव-प्रसून )

गुरुवर के चरणों की रज माथे से लगा लूँगा ।
मन के भावों से मैं अनुपम हार बना लूँगा ।।

कृपा ने उनकी जीवन को एक दिशा दिखायी थी ।
संकट से लड़ना कैसे, वो कला सिखायी थी ।।
विपदा की घड़ियों में भी हार नहीं मानेंगे हम ।
गुरु भक्ति के ब्रह्मास्त्र से लक्ष्य कठिन साधेंगे हम ।।

गुरु की तस्वीरों से वंदनवार सजा लूँगा ।
मन के भावों से मैं अनुपम हार बना लूँगा ।।

गुरु ही जीवन , गुरु ही सांसें, गुरु ही भगवन है ।
गुरु ही तप है , पावन जप है, महकता उपवन है ।।
आप करुणा के सागर हो, जीवन का कल्याण करो ।
आने वाली हर विपदा, हर संकट को निष्प्राण करो ।।

बन एकलव्य आपका, मैं हर कर्तव्य निभा लूँगा ।
मन के भावों से मैं……… अनुपम हार बना लूँगा ।।

© डॉ. वासिफ़ काज़ी , इंदौर
© काज़ी की क़लम

28/3/2, इक़बाल कॉलोनी, अहिल्या पल्टन
इंदौर, मप्र -452006

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तुम्हारा मन दर्पण हो,वत्स
तुम्हारा मन दर्पण हो,वत्स
Arun Prasad
कुछ मुस्कुरा के
कुछ मुस्कुरा के
Dr fauzia Naseem shad
'आरक्षितयुग'
'आरक्षितयुग'
पंकज कुमार कर्ण
* छलक रहा घट *
* छलक रहा घट *
surenderpal vaidya
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हे राम जी! मेरी पुकार सुनो
हे राम जी! मेरी पुकार सुनो
Sudhir srivastava
GM
GM
*प्रणय प्रभात*
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
कवि रमेशराज
यादें
यादें
Tarkeshwari 'sudhi'
रक्षा बंधन पर्व
रक्षा बंधन पर्व
Neeraj kumar Soni
अभिशाप
अभिशाप
दीपक झा रुद्रा
चाहत
चाहत
Sûrëkhâ
तिरंगा फहरा ले रे । खुशियों को मना ले रे।
तिरंगा फहरा ले रे । खुशियों को मना ले रे।
Rj Anand Prajapati
*यह भारत का अध्यात्म सुखद, नदियों के तट पर बड़ा हुआ (राधेश्य
*यह भारत का अध्यात्म सुखद, नदियों के तट पर बड़ा हुआ (राधेश्य
Ravi Prakash
I read in a book that there is actually a vitamin that exist
I read in a book that there is actually a vitamin that exist
पूर्वार्थ
रुसवा दिल
रुसवा दिल
Akash Yadav
पोषित करते अर्थ से,
पोषित करते अर्थ से,
sushil sarna
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Dr Archana Gupta
पारिवारिक व्यथा
पारिवारिक व्यथा
Dr. P.C. Bisen
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"तेरा-मेरा"
Dr. Kishan tandon kranti
.......शेखर सिंह
.......शेखर सिंह
शेखर सिंह
भूख
भूख
Mansi Kadam
मुस्कुराना सीखिए
मुस्कुराना सीखिए
साहित्य गौरव
तरंगिणी की दास्ताँ
तरंगिणी की दास्ताँ
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
क्यों शमां मुझे लगे मधुमास ही तो है ।
क्यों शमां मुझे लगे मधुमास ही तो है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
जय हिन्दू जय हिंदुस्तान,
जय हिन्दू जय हिंदुस्तान,
कृष्णकांत गुर्जर
बंदर के हाथ में उस्तरा
बंदर के हाथ में उस्तरा
Shekhar Chandra Mitra
4790.*पूर्णिका*
4790.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नशा होश,जोश और रोष का बाप है।
नशा होश,जोश और रोष का बाप है।
Rj Anand Prajapati
Loading...