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19 Nov 2024 · 1 min read

संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न

संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम नहीं व्यवस्था होती है, संगठन में सूचना नहीं समझ होती है, संगठन में क़ानून नहीं अनुशासन होता है, संगठन में भय नहीं भरोसा होता है, संगठन में शोषण नहीं पोषण होता है, संगठन में आग्रह नहीं आदर होता है, संगठन में संपर्क नहीं सम्बन्ध होता है, संगठन में अर्पण नहीं समर्पण होता है, संगठन में मैं नहीं हम होता है, संगठन में आत्मप्रशंसा नहीं सर्व सम्मान होता है, संगठन में तोड़ना नहीं जोड़ना होता है। इसलिए स्वयं को संघ रूपी संगठन से जोड़े रखें। संगठन सामूहिक हित के लिए होता है, व्यक्तिगत स्पर्धा और स्वार्थ के लिए नहीं। प्रशंसा सबकी करो निंदा किसी की नहीं…🙏🏃🏻संगठित रहिए। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।। विश्व का कल्याण हो। सुरक्षित रहिए, सुप्रभात, नमस्कार, वंदेमातरम् …भारत माता की जय🚭‼️

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