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18 Nov 2024 · 1 min read

स्वयं के जीवन में अगर हम दूसरे की सफलता को स्वीकार नहीं करते

स्वयं के जीवन में अगर हम दूसरे की सफलता को स्वीकार नहीं करते तो, वो ईर्ष्या बन जाती है और अगर स्वीकार कर लें तो, वो प्रेरणा बन जाती है…🙏🏃🏻‍♂️मुस्कराते रहिए। हमारे चेहरे की मुस्कुराहट से हमारी सभी परेशानीया परेशान होकर भाग जायेगी और हमारे चेहरे की परशानीया नयी नयी परेशानीयो को खोज खोज कर लायेगी। सदैव प्रभु का आभार करते रहे, संतोष का दामन थाम कर रखे, हस्ते रहे और हंसाते रहे। प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम…भारत माता की जय 🚭‼️

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