Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2024 · 1 min read

মা কালীর গান (মা কালীকে নিয়ে লেখা গান)

জয় জয় দেবী কালী
জয় জয় মাতা কালী।
জয় জয় জয় মহাকালী
জয় জয় রক্ষাকালী।

জয় জয় দিগম্বরী
জয় জয় শিবরোহিণী।
জয় জয় জয় ভয়ঙ্করী
জয় জয় শিবপত্নী।

জয় জয় এলোকেশী
জয় জয় মুণ্ডমালিনী।
জয় জয় জয় ব্রহ্মময়ী
জয় জয় আদ্যাশক্তি।

— অর্ঘ্যদীপ চক্রবর্তী
১৭/১১/২০২৪

Language: Bengali
141 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

আমরা সেই দুর্ভাগা সমাজের অংশ
আমরা সেই দুর্ভাগা সমাজের অংশ
Sakhawat Jisan
কবিতা : জ্ঞানদায়িনী, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
কবিতা : জ্ঞানদায়িনী, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
Sohom Dey
वक़्त
वक़्त
Dinesh Kumar Gangwar
Love love and love
Love love and love
Aditya Prakash
दिल चाहता है रो लूं जरा थोड़ा छुप कर.
दिल चाहता है रो लूं जरा थोड़ा छुप कर.
Pappu Kumar Shetty
मिट्टी
मिट्टी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
दीपक बवेजा सरल
कुछ अपनी लिखती हूँ
कुछ अपनी लिखती हूँ
पूनम झा 'प्रथमा'
जो आयीं तुम..
जो आयीं तुम..
हिमांशु Kulshrestha
दारू के खतिरा भागेला
दारू के खतिरा भागेला
आकाश महेशपुरी
*सेवा-व्रतधारी सदा राष्ट्र, सेवा में ही रत रहते थे (राधेश्या
*सेवा-व्रतधारी सदा राष्ट्र, सेवा में ही रत रहते थे (राधेश्या
Ravi Prakash
..
..
*प्रणय प्रभात*
सिलसिला ये प्यार का
सिलसिला ये प्यार का
सुशील भारती
योगी, स्वामी, बने पथदर्शक।
योगी, स्वामी, बने पथदर्शक।
Acharya Shilak Ram
भगत सिंह
भगत सिंह
विशाल शुक्ल
"सफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
विरासत की वापसी
विरासत की वापसी
Laxmi Narayan Gupta
हावी - ए - इश्क़बाज़ी
हावी - ए - इश्क़बाज़ी
Rj Anand Prajapati
कल जब तुमको------- ?
कल जब तुमको------- ?
gurudeenverma198
मांग कर ली हुई चीज़े अपनी गरिमा खो देती है, चाहे वो प्रेम हो
मांग कर ली हुई चीज़े अपनी गरिमा खो देती है, चाहे वो प्रेम हो
पूर्वार्थ
शीश झुकाता हूँ
शीश झुकाता हूँ
अमित कुमार बिजनौरी
''सोचता हूं उसके बारे में''
''सोचता हूं उसके बारे में''
शिव प्रताप लोधी
"कामदा: जीवन की धारा" _____________.
Mukta Rashmi
आंखों से झांकती फरियादें बे'बसी है
आंखों से झांकती फरियादें बे'बसी है
Dr fauzia Naseem shad
ग़म
ग़म
Shutisha Rajput
ख्वाबों में मिलना
ख्वाबों में मिलना
Surinder blackpen
अब खोटे सिक्के भी उछाले जा रहे हैं खेल में,
अब खोटे सिक्के भी उछाले जा रहे हैं खेल में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मानसिक और भावनात्मक तकलीफ
मानसिक और भावनात्मक तकलीफ
Mamta Rani
मंजिल को अपना मान लिया।
मंजिल को अपना मान लिया।
Kuldeep mishra (KD)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
Loading...