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17 Nov 2024 · 1 min read

चौपाई छंद गीत

चोपाई छंद गीत
16/16मात्रा
विधा – शृंगार रस – वियोग
सृजन शब्द – सावन

याद पिया तुम मुझको आते।
सावन में नभ बादल छाते ।।

मुश्किल मेरा पल पल कटता ।
मन प्यासा का प्यासा रहता ।।
सपने तेरे नींद चुराते ।
सावन में नभ बादल छाते ।।

कोयल की वाणी भी चुभती ।
हूक विरह की उर में उठती ।।
काले अम्बुद रोज डराते ।
सावन में नभ बादल छाते ।।

नैना मेरे निशदिन तरसे ।
कभी प्रीत के घन थे बरसे।।
बाहों के घेरे थे भाते ।
सावन में नभ बादल छाते ।।

अब आ जाओ साजन प्यारे ।
बिरहन तकती रहती द्वारे ।।
बिन तेरे ना अब सुख भाते ।
सावन में नभ बादल छाते ।।

सीमा शर्मा ‘ अंशु’

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