Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
17 Nov 2024 · 1 min read

"स्मरणीय "

“स्मरणीय ”

सिर्फ पा लेने की बेचैनी
और खो देने का डर,
केवल इतना ही नहीं है
जिन्दगी का सफर।

Loading...