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16 Nov 2024 · 1 min read

चार कंधों की जरूरत

जिन कंधों पर चढ़ाकर रामलीला दिखाते थे,
जिन कंधों पर चढ़ाकर सारा शहर घुमाते थे।
आज वही कंधे औलाद के कंधों को तरसते हैं,
मजबूरन औरों के कंधों पर चढ़ कर जाते है।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
1 Like · 76 Views
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