गीत- सवालों में ज़वाबों में...
**देखी सारी दुनिया जग में कोई ऐसा पाया जा**
"सम्पाति" जैसे उन्माद में
'सहस्त्रचंद्र दर्शनाच्या उंबरठ्यावर' (माजी विद्यार्थीनी मनोगत)
"एक विचार को प्रचार-प्रसार की उतनी ही आवश्यकता होती है
शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) समीक्षा
आधार छंद - बिहारी छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
अनगणित भाव है तुम में , तुम ही हर भाव में बसी हो ,
जिसमें इंसानियत, वो इंसान अच्छा,
*आओ बैठो कुछ ध्यान करो, परमेश्वर की सब माया है (राधेश्यामी छ