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14 Nov 2024 · 1 min read

इक उम्र चुरा लेते हैं हम ज़िंदगी जीते हुए,

इक उम्र चुरा लेते हैं हम ज़िंदगी जीते हुए,
उम्र का वुजूद ही क्या है उस मौत के सामने

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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