Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2024 · 1 min read

मोबाइल

मोबाइल में सब व्यस्त हैं,करे न कोई बात।
देख लेना एक दिन,सबको करेगा अघात।।

मोबाइल के कारण ही,मिलना जुलना हो गया बंद।
ऐसा अब ये लग रहा,दरवाजे हो गए सबके बंद।।

मोबाइल पर दे रहे,सभी जन्म दिन की बधाई।
कैसे खाए केक हम,कैसे खाए उसकी मिठाई।।

मोबाइल के कारण ही,होती नहीं अब लड़ाई।
मोबाइल में वे व्यस्त है,करते नहीं कोई पढ़ाई।।

मोबाइल का सब माने,इसका बड़ा उपकार।
बिना खर्चे किए ही,दे रहे है सबको उपहार।।

मोबाइल के कारण ही,कवि मंच हो गए बंद।
सारे कवि मचा रहे,मोबाइल पर ही वे द्वंद।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
1 Like · 96 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

गौ माता...!!
गौ माता...!!
Ravi Betulwala
गौरैया
गौरैया
सोनू हंस
करके यही ख़ता बैठे
करके यही ख़ता बैठे
अरशद रसूल बदायूंनी
मन की सिलवटें
मन की सिलवटें
Saraswati Bajpai
वीर बालिका
वीर बालिका
लक्ष्मी सिंह
मुस्तक़िल जीना यहाँ किसको मयस्सर है भला
मुस्तक़िल जीना यहाँ किसको मयस्सर है भला
Monika Arora
दुःख और सुख
दुःख और सुख
Dr. Kishan tandon kranti
शब्दों के चरण में बच्चा
शब्दों के चरण में बच्चा
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
सूरजमुखी
सूरजमुखी
अंकित आजाद गुप्ता
जब मेले ने देखा चुड़ियों से मिल
जब मेले ने देखा चुड़ियों से मिल "इश्क का रंग"
©️ दामिनी नारायण सिंह
"" *श्रीमद्भगवद्गीता* ""
सुनीलानंद महंत
उसे लगता है कि
उसे लगता है कि
Keshav kishor Kumar
चांद
चांद
Shekhar Chandra Mitra
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
तुम भी पत्थर
तुम भी पत्थर
shabina. Naaz
” जिंदगी ”
” जिंदगी ”
Rati Raj
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
Rj Anand Prajapati
प्रकृति के प्रहरी
प्रकृति के प्रहरी
Anop Bhambu
Exam Stress
Exam Stress
Tushar Jagawat
4335.*पूर्णिका*
4335.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संसाधन का दोहन
संसाधन का दोहन
Buddha Prakash
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
Meenakshi Masoom
$ग़ज़ल
$ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
खुद से बिछड़ना
खुद से बिछड़ना
Surinder blackpen
करबो हरियर भुंईया
करबो हरियर भुंईया
Mahetaru madhukar
जय श्री राम
जय श्री राम
Sunita Gupta
" ऐसा रंग भरो पिचकारी में "
Chunnu Lal Gupta
*खो  गई  मंजिल मुसाफिर*
*खो गई मंजिल मुसाफिर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वो हमको देखकर मुस्कुराने में व्यस्त थे,
वो हमको देखकर मुस्कुराने में व्यस्त थे,
Smriti Singh
प्रयास
प्रयास
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Loading...