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8 Nov 2024 · 1 min read

मुक्तक

!! मुक्तक !!

मिलाये जो नज़र उससे, निगाहें वो चुराता है,
ज़माने भर हमारे नाम की कसमें उठाता है !
करे किस से शिकायत अब गुनाहों की सनम के हम,
जिसे देखो वही, सज़दे में सर उसके झुकाता है !!

—-डी के निवातिया—-

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