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6 Nov 2024 · 1 min read

नस नस में तू है तुझको भुलाएँ भी किस तरह

नस नस में तू है तुझको भुलाएँ भी किस तरह
रोती हुई आँखों को चुपाएँ भी किस तरह
तुझसे ही थीं बहारें, तुझी से थी हर खुशी
अब बिन तेरे ये उम्र बिताएँ भी किस तरह
डॉ अर्चना गुप्ता
06.11.2024

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