Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2024 · 1 min read

” तुतारी “

” तुतारी ”
बाँस के सुंटिया झन समझबे
काम आथौं बड़ भारी,
नागर बइला ल मही चलाथौं
नाँव हे मोर तुतारी।

3 Likes · 4 Comments · 332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मधुमास में बृंदावन
मधुमास में बृंदावन
Anamika Tiwari 'annpurna '
Prastya...💐
Prastya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मांँ
मांँ
Neelam Sharma
पेड़-पौधे महके सारे।
पेड़-पौधे महके सारे।
डॉ सुरेश जांगिड़
Zbet– nơi bạn khát khao chinh phục những đỉnh cao thắng lợi
Zbet– nơi bạn khát khao chinh phục những đỉnh cao thắng lợi
zbetdoctor
..
..
*प्रणय प्रभात*
चैत मास चैतन्य है, गर्मी रहा बढ़ाय।
चैत मास चैतन्य है, गर्मी रहा बढ़ाय।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पारितन्त्र
पारितन्त्र
Madhuri mahakash
अधूरा मिलन
अधूरा मिलन
Er.Navaneet R Shandily
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सृजन और पीड़ा
सृजन और पीड़ा
Shweta Soni
सत्य की खोज में।
सत्य की खोज में।
Taj Mohammad
संवेदना
संवेदना
Khajan Singh Nain
How can I forget
How can I forget
VINOD CHAUHAN
" बेताबियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
बताये तुम्हें क्या सुनोगे जहाँ ,
बताये तुम्हें क्या सुनोगे जहाँ ,
संजय निराला
।।दुख और करुणा।।
।।दुख और करुणा।।
Priyank Upadhyay
जो घनश्याम तुम होते......
जो घनश्याम तुम होते......
पं अंजू पांडेय अश्रु
जिसे भी देखिए दर्द से बद-हाल है,
जिसे भी देखिए दर्द से बद-हाल है,
Madhu Gupta "अपराजिता"
थोड़ा तो दिल में कदर चाहिए
थोड़ा तो दिल में कदर चाहिए
jyoti jwala
हे वतन तेरे लिए, हे वतन तेरे लिए
हे वतन तेरे लिए, हे वतन तेरे लिए
gurudeenverma198
एक ही जिंदगी मिली थी उसको भी ठीक से जी नहीं पाये, लोगों के ह
एक ही जिंदगी मिली थी उसको भी ठीक से जी नहीं पाये, लोगों के ह
पूर्वार्थ देव
नारी
नारी
Dr fauzia Naseem shad
झूल गयी मोहब्बत मेरी,ख्वाइश और जेब की लड़ाई में,
झूल गयी मोहब्बत मेरी,ख्वाइश और जेब की लड़ाई में,
पूर्वार्थ
आइना बोल उठा
आइना बोल उठा
Chitra Bisht
मिला जो है वही स्वीकार्य है,
मिला जो है वही स्वीकार्य है,
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
जब कभी हमको सोचते होंगे ।
जब कभी हमको सोचते होंगे ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
दोहा पंचक. . . . . नया जमाना
दोहा पंचक. . . . . नया जमाना
sushil sarna
Loading...