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4 Nov 2024 · 1 min read

ज़िंदगी जीने के लिए है

ज़िंदगी जीने के लिए है
इस बात को न भुला
चंद बातें हैं, बीत जाएँगी
ज़िंदगी जो बाकी है
उसे मुस्करा के जी !!
* मीरा ठाकुर

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