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4 Nov 2024 · 1 min read

मां की ममता को भी अखबार समझते हैं वो,

मां की ममता को भी अखबार समझते हैं वो,
मां के हंसने को भी बेकार समझते हैं वो ।।
नौ माह जिसने सीकम में रखा था उसे ,
मां का होना भी अपराध समझते हैं वो ।।
Phool gufran

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