Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2024 · 1 min read

*दुख का दरिया भी पार न होता*

दुख का दरिया भी पार न होता
***************************

दुख का दरिया भी पार न होता,
सुख जीवन का सार न होता।

कदमों का चलना रंग लाया,
कसरत का फल बेकार न होता।

फूटी कौड़ी जो आँख न भाये,
मन में आदर सत्कार न होता।

जीने – मरने से कोई न डरता,
अंबर में गर करतार न होता।

मनसीरत नैया डूब जाती,
नौका में जो पतवार न होता।
**************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

278 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आज फिर ....
आज फिर ....
sushil sarna
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो
सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो
राज वीर शर्मा
राधे राधे बोल
राधे राधे बोल
D.N. Jha
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
डॉक्टर रागिनी
बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
Radha Bablu mishra
भगवान श्री कृष्ण और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र दोनो ही
भगवान श्री कृष्ण और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र दोनो ही
Rj Anand Prajapati
अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए...!
अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए...!
AVINASH (Avi...) MEHRA
पुराना हर खिलौना बाँट देना है ग़रीबों में
पुराना हर खिलौना बाँट देना है ग़रीबों में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
सिर्फ़ तुम्हें सुनाना चाहता हूँ
सिर्फ़ तुम्हें सुनाना चाहता हूँ
Shreedhar
उस
उस "मसाजवादी मूर्ख" को बताओ कि "इब्राहिम लोदी" को मरवाने के
*प्रणय प्रभात*
उम्र भर मलाल रहेगा कि तुम मेरे ना हो पाए
उम्र भर मलाल रहेगा कि तुम मेरे ना हो पाए
शिव प्रताप लोधी
सुहागन वेश्या
सुहागन वेश्या
Sagar Yadav Zakhmi
पर्वत को आसमान छूने के लिए
पर्वत को आसमान छूने के लिए
उमेश बैरवा
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
Dr Archana Gupta
"बदनामियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
"हर बाप ऐसा ही होता है" -कविता रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
मत गिनाओ कमियाँ बुजर्गो की
मत गिनाओ कमियाँ बुजर्गो की
Ram Krishan Rastogi
साथियों जीत का समंदर,
साथियों जीत का समंदर,
Sunil Maheshwari
इस सोच को हर सोच से ऊपर रखना,
इस सोच को हर सोच से ऊपर रखना,
Dr fauzia Naseem shad
समाज का अलंकार
समाज का अलंकार
Rambali Mishra
बुरे लोग अच्छे क्यों नहीं बन जाते
बुरे लोग अच्छे क्यों नहीं बन जाते
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
संपत्ति।
संपत्ति।
Amber Srivastava
अंजुरी भर धूप
अंजुरी भर धूप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अहसास प्यार का।
अहसास प्यार का।
Rekha khichi
हे भगवन यूं ही गुजर जाएं पल।
हे भगवन यूं ही गुजर जाएं पल।
जय लगन कुमार हैप्पी
18)”योद्धा”
18)”योद्धा”
Sapna Arora
हिंदुस्तान के लाल
हिंदुस्तान के लाल
Aman Kumar Holy
पता नहीं किसी को कैसी चेतना कब आ जाए,
पता नहीं किसी को कैसी चेतना कब आ जाए,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...