Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2024 · 1 min read

ज़िन्दगी गुज़रने लगी है अब तो किश्तों पर साहब,

ज़िन्दगी गुज़रने लगी है अब तो किश्तों पर साहब,

ये कुछ ग्राम का मोबाइल भारी पड़ गया है रिश्तों पर..!

1 Like · 173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बदनाम
बदनाम
Deepesh Dwivedi
FOR THE TREE
FOR THE TREE
SURYA PRAKASH SHARMA
गुनाह है क्या किसी से यूँ
गुनाह है क्या किसी से यूँ
gurudeenverma198
आजकल मैं
आजकल मैं
Chitra Bisht
आँचल की मर्यादा🙏
आँचल की मर्यादा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
Ravi Betulwala
अब हाथ मल रहे हैं
अब हाथ मल रहे हैं
Sudhir srivastava
इश्क चख लिया था गलती से
इश्क चख लिया था गलती से
हिमांशु Kulshrestha
श्रीमद भागवत कथा व्यास साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया गोरखपुर
श्रीमद भागवत कथा व्यास साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया गोरखपुर
Dr Nisha Agrawal
लाजवाब लगते हो।
लाजवाब लगते हो।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
हिय–तरंगित कर रही हो....!
हिय–तरंगित कर रही हो....!
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
थोड़ा सा तो रुक जाते
थोड़ा सा तो रुक जाते
Jyoti Roshni
फूलों का बगीचा नदी के उस पार है।
फूलों का बगीचा नदी के उस पार है।
Madhu Gupta "अपराजिता"
*तेरे इश्क़ में*
*तेरे इश्क़ में*
AVINASH (Avi...) MEHRA
प्रेम बिना जीवन कहाँ,
प्रेम बिना जीवन कहाँ,
डॉक्टर रागिनी
योग्य शिक्षक
योग्य शिक्षक
Dr fauzia Naseem shad
होली आई, होली आई,
होली आई, होली आई,
Nitesh Shah
श्रृंगार
श्रृंगार
Mamta Rani
*लोग सारी जिंदगी, बीमारियॉं ढोते रहे (हिंदी गजल)*
*लोग सारी जिंदगी, बीमारियॉं ढोते रहे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बो बहाता नहींं हैं वो पी लेता हैं दर्द में आंसुओ के समुद्र क
बो बहाता नहींं हैं वो पी लेता हैं दर्द में आंसुओ के समुद्र क
Ranjeet kumar patre
मां बाप
मां बाप
Mukesh Kumar Sonkar
- बाप व्यभिचारी बेटे लाचार -
- बाप व्यभिचारी बेटे लाचार -
bharat gehlot
शब्द अभिव्यंजना
शब्द अभिव्यंजना
Neelam Sharma
मन मर्जी के गीत हैं,
मन मर्जी के गीत हैं,
sushil sarna
"कथनी-करनी"
Dr. Kishan tandon kranti
इश्क
इश्क
Ruchika Rai
प्यार करने की लालसा सबको है
प्यार करने की लालसा सबको है
पूर्वार्थ
बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…!
बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…!
पंकज परिंदा
कुण्डलिया
कुण्डलिया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हर दिल में एक रावण
हर दिल में एक रावण
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...